क्या हम अमर हैं तो किस रूप में ?


मनुष्य रूप सिर्फ एक योनि है, अस्थाई स्वरूप जो हमारी आत्मा ने एक जीवन के लिए धारण किया है | अमरत्व तो आत्मा की property है | हमारी आत्मा चेतन होते हुए भी अशुद्धियों से घिरी है | इन्हीं अशुद्धियों को दूर करने के लिए आत्मा ने हमें धारण किया है | अध्यात्म के रास्ते पर चल कर जब हम तत्वज्ञानी हो जाएंगे तो अमरत्व प्राप्त करेंगे, उससे पहले नहीं |

 

भारतीय दर्शन में जब हमें मोक्ष होता है, जैसे महर्षि रमन तो हम अमरत्व को प्राप्त हो, हमेशा के लिए एक शुद्ध आत्मा हो जाते हैं |

 

What is Moksha in simple terms? मोक्ष क्या है? Vijay Kumar Atma Jnani

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