Quora पर अभिमन्यु से related दो प्रश्नों के उत्तर देने के बाद अचानक हृदय से आवाज़ आई, अभिमन्यु ही क्यों, पांडवों की सेना में तो कई योद्धा थे ? अरे, इस पहलू पर तो मेने आज तक गौर नहीं किया | अर्जुन को गीता का उपदेश मिलने के बाद वो तत्वज्ञानी हो गए | और उन्हें मोक्ष प्राप्त होगा | लेकिन उनकी family का क्या ?
अभिमन्यु में अर्जुन का 50% dna है | अर्जुन को तत्वज्ञान प्राप्त हुआ तो क्या अभिमन्यु को इसका benefit मिलेगा ? चक्रव्यूह के episode के माध्यम से महर्षि वेदव्यास ने साबित कर दिया कि नहीं, बिल्कुल नहीं |
अभिमन्यु को धरती पर मुक्ति द्वार तक पहुंचने के लिए लड़ाई खुद ही लड़नी होगी, अन्यथा चक्रव्यूह में फंस मारा जाएगा | कहने का तात्पर्य है धरती पर अभिमन्यु सुभद्रा की गर्भ से पैदा तो हो गया लेकिन अध्यात्म के रास्ते पर चलकर मोक्ष खुद ही पाना होगा |
इसमें अर्जुन कुछ भी नहीं कर पाएंगे | जैसा भौतिक जगत में होता है स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव को automatically गद्दी मिल गई, आध्यात्मिक जगत में ऐसा नहीं होता |
धरती पर हर इंसान को मोक्ष प्राप्त करने के लिए खुद ही मेहनत करनी होगी अन्यथा चक्रव्यूह में फंस मारे जाओगे | यहां चक्रव्यूह में फंस कर मारे जाने से अभिप्राय यह है – कि मरने के बाद बार बार धरती पर जन्म लेना होगा, एक नया शरीर, जब तक मोक्ष नहीं मिलता | क्या गजब बात कही है महर्षि वेदव्यास ने – अति सुंदर |
और हां, प्रश्न का उत्तर – अभिमन्यु मात्र एक पात्र है महाभारत महाकाव्य का | गूढ़ छिपे अर्थ को देखें तो समझ आएगा कि अभिमन्यु की तरह धरती पर जितने भी लोग है सब इस धरती रूपी मायानगरी (चक्रव्यूह) में आ तो गए हैं लेकिन बाहर निकालने का रास्ता (मोक्ष कब मिलेगा) किसी को नहीं मालूम |
अभिमन्यु महाभारत युद्ध में चक्रव्यूह में फँस क्यों मारा गया, छिपा मर्म आध्यात्मिक परिपेक्ष में