ईश्वर संसार का मालिक है तो सारे अवतार भारत में ही क्यों होते है ?


भारत की विरासत १०८०० वर्ष पुरानी है, UK की ३११ वर्ष और US की २४६ वर्ष | है कोई विरासत जो भारत को टक्कर दे सके | भारतीय सभ्यता की खूबी उसके आध्यात्मिक ग्रंथों में छिपी है | इस धरती पर हर १०० ~ १५० साल के भीतर भारतीय शास्त्रों के माध्यम से कोई ना कोई साधक भगवान तक पहुंचने में कामयाब होता है | यह privilege सिर्फ और सिर्फ उन्हें मिलता है जो भारतीय हैं, संस्कृत और हिन्दी की जानकारी रखते हैं |

 

पूरे विश्व में फैले लोग मूलतः भरतवंशी हैं | इसके बावजूद अध्यात्म में वही साधक उतरे जो भारत के रहने वाले हैं | भारत की सांस्कृतिक धरोहर का कोई alternative पूरे विश्व में नहीं | आने वाला कल्कि अवतार न सिर्फ भारत से आएगा बल्कि पूरे विश्व में सतयुग स्थापित करने में कामयाब होगा |

 

२०३४ दूर नहीं जब दुनिया भारतीय सांस्कृतिक विरासत का जलवा देखेगी |

 

2024 से 2032 तक का समय आध्यात्मिक दृष्टिकोण से | Vijay Kumar Atma Jnani

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