देवताओं ने हमारे देश में ही अवतार क्यों लिए ?


अवतार देवता नहीं हम सभी में से एक ऐसा अनूठा इंसान जो सिर्फ देशभक्त ही नहीं, प्रभु का भी प्यारा हो, बनता है | ऐसा देशभक्त जो भारतीय दर्शन के मूल शास्त्रों का अद्वितीय रूप से ज्ञाता हो | जिसके अंदर चाणक्य विद्यमान हो, एक ही रात में १०० राजा मरवाने की क्षमता | तभी न्याय संभव है |

 

पूरे संसार के इतिहास में क्या कोई ऐसा धर्म है जहां अध्यात्म की शिक्षा दी जाती हो ? कोई ऐसा देश या धर्म (मत) है जहां लेशमात्र भी भगवद गीता या उपनिषदों में निहित ज्ञान की जानकारी हो ? भारत का इतिहास १०८०० वर्ष पुराना है, UK का ३११ वर्ष और US का २४६ वर्ष | किसी भी देश की भारत की महान विरासत के आगे क्या बिसात ?

 

भारतीय ऋषियों ने पहले वेदों का ज्ञान सीधे ब्रह्म से ग्रहण किया | और फिर उपनिषदों और भगवद गीता में निहित ज्ञान की रचना की | इस दौरान ऋषियों को युगों की life cycle का आभास हुआ | और उन्होंने जाना नए युग की शुरुआत से पहले एक अवतार का आना अनिवार्य है | उसका भी एक कारण था | बिल्ली के गले में घंटी बांधे कौन ?

 

अधर्म के ऊपर धर्म की विजय कोई आम इंसान तो कर नहीं सकता | न ही महावीर, बुद्ध, आदि शंकराचार्य, रामकृष्ण परमहंस या महर्षि रमण जैसे आध्यात्मिक गुरु ऐसा करने में सफल होंगे | तो जरूरत होती है एक आध्यात्मिक ज्ञाता की जिसे परम ज्ञान की अनुभूति हो चुकी हो और उसके अंदर चाणक्य की विलक्षण बुद्धिमत्ता भी हो कि लाखों सिपाहियों और प्रजा की जान बचाने के लिए जड़ (१०० राजा) ही समूल निबटा दिए |

 

आने वाला कल्कि अवतार ऐसा ही होगा | सम्पूर्ण शास्त्रों का ज्ञाता और खुद अपने हाथों से ५५ लाख लोगों की मौत का जिम्मेवार | तब जाकर समाज का बुराइयों से हमेशा के लिए उन्मूलन होगा और सतयुग/रामराज्य की स्थापना होगी | उपरोक्त तथ्य क्या कहते हैं – अवतार का concept सिर्फ भारतीय दर्शन में है | तो दुनिया का No १ देश कौन हुआ – भारत या ?

 

हिंदू धर्म में अवतार क्या है? अवतार का सही अर्थ क्या है? Vijay Kumar Atma Jnani

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