परमात्मा (ब्रह्म) को हम कभी देख नहीं पाएंगे लेकिन जब भी उन्हें मेरे साथ बात करनी होती है तो कभी पीठ पर या कंधे पर जोर से थप थप करते हैं 3 ~ 4 बार | कितनी बार ऐसे हो चुका है | जब ब्रह्म आते हैं मेरे लिए कितना खुशी का समय होता है | last जब आए थे वह 2017 था |
ब्रह्म के साथ मेरा रिश्ता भी अजीब है – हर तरह का हंसी मज़ाक | उनसे डर तो बिल्कुल भी नहीं लगता | कैसे जोर से हंसते हैं, ठहाके मार कर | काफी समय हो गया ब्रह्म से मिले | कोशिश में लगा हूं किसी तरह बुला सकूं – बेवजह कभी नहीं आते | शायद 2024 elections से पहले मुलाकात हो जाए | मोदी से रिलेटेड बहुत सीरियस मसला है |
मैं ब्रह्म से 5 वर्ष की आयु से खुलकर बात कर रहा हूं | जब भी नौबत आयेगी वे तुरंत आएंगे | अब भारत जाग रहा है, तो उनके आने की उम्मीद भी बढ़ गई है | अगली बार जब आएंगे – खुलकर बताऊंगा (अगर छिपाने वाली बात नहीं होगी) |
Listen to Inner Voice coming from within our Heart | हृदय से आती आवाज को सुनना सीखें | Vijay Kumar