धरती पर जितने भी प्राणी (जीव) बसतें हैं, हर कोटि के – सभी की आत्माओं का वास सूर्य के गर्भ में है | यह बात भलीभांति उपनिषदों में प्रतिपादित है |
आत्माएं सूर्य के गर्भ में और उनके द्वारा धारित शरीर धरती पर – तो जीवन कैसे चलेगा ? सूरज से धरती पर जो सूर्य किरणें आती हैं वे प्राण वायु साथ लाती हैं – energy packets के form में | इसी प्राणवायु के जरिए वे हृदय को सूर्य से remote control से govern करती हैं |
मां के गर्भ में नवजात शिशु का दिल उस वक़्त धड़कने लगता है जब प्राणवायु activate होती है | प्राणों का संचालन आत्मा द्वारा होता है जीव को हरकत में लाने के लिए | जब तक remote control का switch ON, तो जीव जिंदा और switch OFF होते ही शरीर मृत |
शंका की दृष्टि से मत देखें ! 11 principal उपनिषदों की टीकाओं में जो गीताप्रेस में उपलब्ध हैं – सब पढ़ने को मिल जाएगा | अध्यात्म का मर्म – चिंतन, मनन के द्वारा ही समझा जा सकता है |
उपरोक्त बात को हम एक example से समझेंगे –
बच्चा अपने लिए toy Robot खरीद कर लाया | रोबोट में cell डाले यानि मां के गर्भ में शिशु आ गया लेकिन अभी दिल धड़कना शुरू नहीं हुआ | जैसे ही बच्चे ने remote का switch ON किया – रोबोट चलने लगा | Remote controller से जो अदृश्य wave निकल कर cell (robot में लगी batteries) तक जा रही है और रोबोट को चला रही है वह प्राणवायु है |
जब तक प्राणवायु रोबोट तक पहुंच रही है रोबोट active है यानि शिशु जीवित है | सूर्य में स्थित जब आत्मा remote control OFF कर देती है – तो धरती पर मनुष्य का दिल धड़कना बंद हो जाता है और वह मृत्यु को प्राप्त होता है |
आत्माएं हैं तो प्राणवायु भी है – आत्माएं नहीं तो प्राणवायु का क्या काम ?
यह भ्रांति की आत्माएं धरती पर exist करती हैं – पूर्ण मिथ्या है | आत्माएं जिनका temperature करोड़ों degrees centigrade होता है – कुछ ही क्षणों में पूरी पृथ्वी को भाप बना दें | मान भी जाएं – आत्मा की दृष्टि में मनुष्य रोबोट से ज्यादा कुछ भी नहीं !
हर जीव कर्म में लगा रहे, इसलिए ब्रह्म ने हमें ego (मैं) से नवाजा और हम अपनी मैं के अधीन होकर जन्म से मृत्यु तक कर्म करते ही रहते हैं | मनुष्य ब्रह्म को यह न कह दे – तुमने हमको गुलाम बना रक्खा है तो ब्रह्म ने हमें will power (विवेक) दिया | इसी विवेक का इस्तेमाल कर मैंने 37 की आयु में ब्रह्म साक्षात्कार किया |
Where does Soul live in Human Body? शरीर में आत्मा कहाँ निवास करती है? Vijay Kumar Atma Jnani