क्या अमीबा में आत्मा है – अगर अमीबा के टुकड़े हो जाएं तो क्या हर टुकड़े में आत्मा है ?


धरती पर आत्माओं ने जब पहला शरीर धारण किया – वह क्या था ? अमीबा का – और क्या ! यह बात मुझे ब्रह्म ने 1993 में साक्षात्कार के बाद बताई | 1997 में भारत में internet आया और मैंने अपनी websites पर यह लिख दिया | काफी वर्षों बाद मुझे Delhi University से Prof. Sinha का फोन आया | वह जानना चाहते थे मुझे कैसे ज्ञात हुआ कि अमीबा में आत्मा होती है और वह आत्मा का पहला शरीर है |

 

मैंने ब्रह्म से हुई बात उन्हें बताई | उन्हें इस बात का बेहद ताज्जुब था और कहने लगे आपने जो लिखा है वह सोलह आने सही है | हमने experiments के द्वारा पता लगा लिया है अमीबा में आत्मा होती है और अब हमारे पास इस बात का documentary evidence भी है कि अमीबा आत्मा द्वारा धारण किया पहला शरीर है | मुझे बेहद खुशी हुई – ब्रह्म ने आखिर सही कहा था |

 

अब शायद Prof. Sinha retire हो गए हों लेकिन उनसे यह बातचीत confirm की जा सकती है |

 

यहां यह बताना आवश्यक है कि सूर्य से related सभी आत्माएं हृदयों में न रहकर सूर्य के गर्भ में रहती हैं | धरती पर जब शिशु पैदा होता है तो आत्माएं नियत समय पर Switch ON कर देती हैं और बच्चे का दिल धड़कने लगता है | कर्मानुसार जब समय पूरा हो जाता है तो स्विच ऑफ और जीव की मृत्यु हो जाती है |

 

इस बात से यह समझ आता है कि सूर्य पर स्थित एक आत्मा एक साथ धरती पर कितने ही शरीरों को remote control से चला सकती है | अगर अमीबा के टुकड़े कर दिए जाएं तो भी remote control के द्वारा कंट्रोल आत्मा के पास ही रहेगा | इसे ऐसे समझिए – एक enterpreneur एक बिल्डिंग में एक कंपनी की शुरुआत करता है | जैसे जैसे बिजनेस बढ़ता है 2 फिर 4 यूनिट्स बढ़ती जाती हैं | सभी का कंट्रोल हमेशा enterpreneur के पास रहता है |

 

एक आत्मा एक बार में कितने ही शरीरों को चला सकती है | यह संभव ही नहीं हकीकत है जो अध्यात्म में उतरने पर समझ आएगी |

Where does Soul live in Human Body? शरीर में आत्मा कहाँ निवास करती है? Vijay Kumar Atma Jnani

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