आध्यात्मिक सफर कब शुरू करना चाहिए यह हर मनुष्य को तय करना है | अगर हमारी उम्र 5 वर्ष की है तो भी यह हमें खुद ही तय करना है हम इस मार्ग पर कब चलना चाहते हैं | इसमें माता पिता या अध्यापक का निर्णय काम नहीं करेगा |
जब ब्रह्म ने मनुष्यों को 11 लाख योनियों का लंबा सफर दिया है तो फिर जल्दी किस बात की ? JRD Tata क्या आध्यात्मिक थे – बिल्कुल नहीं | JRD Tata से बेहतर कर्मयोगी ढूंढे न मिले |
जीवन में goal/ लक्ष्य का होना बेहद जरूरी है | पहले लक्ष्य तय करें और अगर लक्ष्य आध्यात्मिक है तो पूरी शिद्दत के साथ अध्यात्म में उतर जाएं |
What is the main Purpose of Life? मानव जीवन का मकसद | Vijay Kumar Atma Jnani