जीवन का सत्य क्या है और आप उसके बारे में पक्का जानते हैं ?


आध्यात्मिक सफर में बहुत लोगों से पूछा, बहुत दिनों से कह रहे हो, आध्यात्मिक सफर पर चलूंगा, कब शुरू करोगे ? ज्यादातर सभी का उत्तर था शायद अगले जन्म में संभव होगा | शास्त्र कहते भी हैं ११ लाख मनुष्य योनियां है तो जल्दी क्या है |

 

हम यह भूल जाते हैं कि शरीर हमारी आत्मा ने धारण किया है | जब हमारी मृत्यु होगी, कार्मिक शेष के ऊपर निर्भर होगा कि हमारी आत्मा को क्या नया शरीर मिलेगा | यह जरूरी नहीं कि हम मनुष्य योनि में पैदा हों | हिटलर जैसे डिक्टेटर को कई योनियां तक पशु या पेड़ की योनि भी नहीं मिलेगी, कोई छोटा जीव जंतु बनकर पैदा होगा | लाखों यहूदियों का नृशंस हत्यारा ?

 

हमारे इस जन्म के कर्म तय करेंगे हमारी आत्मा क्या शरीर लेगी | आज के कलियुग में लगभग सभी पाप कर्म में लिप्त हैं | तो क्यों आध्यात्मिक सफर अगले जन्म के लिए छोड़ा जाए ? अगले जन्म में जरूरी तो नहीं हम आध्यात्मिक सफर पर चलेंगे, याद रहेगा या नहीं |

 

Right Age to start a Spiritual Journey | आध्यात्मिक ज्ञान लेने की सही उम्र | Vijay Kumar Atma Jnani

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