भौतिक जीवन में मनुष्य किसी भी कारण से अर्जित ज्ञान भूल सकता है, खो सकता है लेकिन अध्यात्म में जो ज्ञान हम एक बार अर्जित कर लें वह हमारे साथ हमेशा रहता है | किसी भी कारण से गुम अथवा कम नहीं होता | भौतिक जीवन में हम जो सीखें, वह मृत्यु के साथ खत्म हो जाता है | अगले जीवन में सब कुछ दोबारा सीखना होगा |
अध्यात्म में मृत्यु के समय हमारा जो आध्यात्मिक स्तर है अगले जन्म में हम उसी स्तर पर पैदा होते हैं | कुछ भी नष्ट नहीं होता |
What is meant by Jnana Yoga? ज्ञान योग से क्या अभिप्राय है? Vijay Kumar Atma Jnani