भारतीय शास्त्रों में उलझने से पहले हमें अपना गंतव्य/ मंतव्य तय करना होगा | वेद/ उपनिषद कितने हैं – जानकर क्या होगा |
Librarian तो बनना नहीं है, जो हर समय असीमित ज्ञान से घिरा रहता है लेकिन खुद का ज्ञान लगभग zero !
अगर मोक्ष की स्थिति तक पहुंचना है तो निम्नलिखित 3 टीकाएं गीताप्रेस, गोरखपुर के किसी भी बुकस्टॉल या डिपो से मिल जाएंगी |
1. ईशादि नौ उपनिषद् (66)
2. छान्दोग्य उपनिषद्
3. बृहदारण्यक उपनिषद्
ज्ञान का बिखराव बहुत है – फैलाएं नहीं बल्कि समेटें | जानने योग्य ज्ञान इन तीन टीकाओं में निहित है |
What spiritual books should i read | कौनसी आध्यात्मिक पुस्तकें पढ़े | Vijay Kumar Atma Jnani