अपने कर्मो से क्या हम अपना भाग्य बदल सकते है ?


यह निर्भर करता है हमारे संचित प्रारब्ध पर | अगर हमारा संचित प्रारब्ध का karmic balance -20 है और हर समय अच्छे कर्मों में लिप्त रहने के बावजूद हमने +2 अर्जित किए | तो अगर आज संचित प्रारब्ध फलित हों जाएं तो हमे -18 की मार पड़ेगी | हो सकता है हमारी कमर टूट जाएं – दुखों के पहाड़ को झेलने में असमर्थ |

 

लेकिन अगर कुछ ऐसा हो जाए कि हम karmic scale पर +22 अर्जित कर लें | तो जब संचित प्रारब्ध कर्म फलित होंगे तो भी हमारा karmic शेष +2 रहेगा | यानी हमने अच्छे कर्म करके अपनी destiny बदल ली | हम अपने भाग्य को सिर्फ और सिर्फ अच्छे कर्मों में उलझकर बेहतर कर सकते हैं | पीछे से अगर balance – (minus) है तो भी पुण्य कर्मों के द्वारा अपने जीवन के मालिक हो सकते हैं |

 

जो इंसान जीवन को भाग्य पर छोड़ देता है वो एक दिन संचित प्रारब्ध (जो -20 है) के द्वारा मार खा सकता है | अगर हम सुखी जीवन जीना चाहते हैं तो हर समय अच्छे पुण्य कर्मों में लिप्त रहना चाहिए |

 

What is Prarabdha Karma | प्रारब्ध कर्म क्या होता है | Vijay Kumar Atma Jnani

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