कलियुग के राक्षस कौन होंगे जिनका विनाश किया जाएगा ?


आज के समय में एक नहीं, हजारों नहीं लाखों दुर्योधन आपको आम जनता को परेशान करते मिल जाएंगे | हम असामाजिक तत्व की बात नहीं कर रहे – हम उन पढ़े लिखे लोगों की बात कर रहें हैं जो अपनी मैं से प्रेरित होकर सीधे सच्चे लोगों को तंग करते हैं – मेमने की खाल में छिपे भेड़िए | पार्किंग स्पेस के ऊपर लोगों की हत्या – क्या यह मानवीय कृत्य है ?

 

पांडवों ने चार गांव ही तो मांगे थे पर वह भी दुर्योधन को मंजूर नहीं | तो कलियुग के राक्षस और कोई नहीं बल्कि समाज के वे सफेदपोश धनाढ्य लोग हैं जो असामाजिक तत्वों का सहारा लेकर पूरी व्यवस्था को चरमराए हुए हैं | ऐसे लोगों पर किसी का बस नहीं क्योंकि उन्हें संरक्षण प्राप्त हैं समाज के उच्चवर्गीय लोगों का |

 

और एक दिन दुर्योधन का घमंड चूर चूर हो गया | और कल्कि अवतार के आते ही सभी राक्षसी प्रवत्ति के लोगों का जड़ से सफाया अवश्यंभावी है | बचने की कोई गुंजाइश नहीं | संत सूरदास और रविदास कहते हैं – समय आने पर कल्कि अवतार ऐसे लोगों को पाताल से भी ढूंढ़ लाएगा |

 

किसी भी अवतार को कम नहीं आंका जा सकता और कल्कि अवतार तो निष्कलंक 64 कलाओं के स्वामी होंगे | 1/= रुपए की चोरी और मृत्यु दण्ड – सिर्फ 1/= रुपए की खातिर | कल्कि अवतार का न्याय – चोरी 1/= की हो या 1 करोड़ की – माफी नहीं |

 

हिंदू धर्म में अवतार क्या है? अवतार का सही अर्थ क्या है? Vijay Kumar Atma Jnani

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