कल्कि अवतार का पदार्पण २०२८ तक अपेक्षित है | घोर कलयुग, संधिकाल की जिस अवस्था से हम गुजर रहे हैं, उसका अंत अब निकट ही है | क्यों ? अधर्म इस समय लगभग चरमसीमा पर है | धर्म की पुनर्स्थापना का समय हो चला है |
जो लोग किताबी ज्ञान के मद्देनजर कहते हैं कलियुग खत्म होने में लाखों वर्ष हैं, तो पड़ोसी मुल्क से लडने क्या हम तीर और तलवारों से जाएंगे क्योंकि महाभारत काल में ऐसा हुआ था ? समय के साथ हम खुद को update नहीं करेंगे ?
बहुत ही निकट भविष्य में कलियुग का अंत निश्चित है | घर की बहू बेटियों से पूछिए वह शाम के बाद घर से बाहर निकलने में कितना सुरक्षित महसूस करती हैं | भारतीय दर्शन अनुसार धर्म की पुनर्स्थापना अवतार के बिना संभव नहीं |
६४ कलाओं से युक्त निष्कलंक कल्कि अवतार आने के बाद निम्नलिखित कुछ बातें अवश्य अमल में लाएंगे –
१. गुरुकुल परंपरा की शुरुआत जिससे भावी पीढ़ी सही ज्ञान अर्जन कर सके
२. सतयुग शुरू करने के लिए आध्यात्मिक अध्ययन की व्यवस्था
३. Instant दंड का प्रावधान | कोई कोर्ट, कचहरी, जज की आवश्यकता नहीं, सिर्फ और सिर्फ jury system
४. Perfect law and order – किसी भी घर को boundary या ताले की आवश्यकता नहीं
५. आम इंसान की शासन अध्यक्ष तक आसानी से पहुंच | पुराना घंटे का system चालू | घंटा बजाएं और आदित्यनाथ योगी या हिमंता बिस्वा सर्मा से मिल लें
६. सतयुग में चोरी चकारी, डकैती इत्यादि की संभावनाएं हजारों वर्षों तक खत्म
७. Minimum taxes – सिर्फ एक, वह भी लोग ईमानदारी से भरेंगे क्योंकि शासन को अपने कोष के लिए पैसा चाहिए
८. Perfect transport system – सड़कों पर मृत्यु न के बराबर | भयंकर सजा का प्रावधान
९. नौकरी ढूंढने की परेशानी नहीं – वह पूर्णतया गुरुकुल और शासन की जिम्मेदारी
१०. इंसान की जितनी सोच उतनी ऊंची उड़ान भरने की आज़ादी
११. पूरी धरती पर भारत में ही नहीं, एक छोटी सी बच्ची कितने ही दिन कहीं घूम आए, उसका बाल भी बांका नहीं होगा | कल्कि के आने के बाद मां, बहन या बेटियों की खुशी का ठिकाना नहीं
१२. भारत से Malacca तक कारोबार पहले की तरह, दूसरी तरफ Persia या उससे आगे
१३. हर भारतवासी के पास घर, वाहन और काम करने की सुविधा
ऐसा क्या होगा जो कल्कि नहीं करेगा | कल्कि यानि धरती पर ब्रह्म का direct representative | स्वर्ण युग कोई छोटी बात नहीं | अखंड भारत नाम से नहीं काम से पहचाना जाएगा |
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