कलियुग की समाप्ति तो आज के महाभारत (आने वाले world war 3) के साथ हो जायेगी लेकिन 120 करोड़ लोगों की मृत्यु के बाद बची हुई मानवता को राह कौन दिखाएगा ? ऐसे समय में ब्रह्म का विधान है कि एक अवतार का अवतरण हो जो अपने ज्ञान के बल पर असीमित कठिनाइयों से घिरी मानवता को बाहर निकाल लाए ?
10 लाख की आबादी वाले शहर में अगर 2 लाख लाशें बिखरी होंगी तो जिएंगे कैसे ? लाशें भी किसकी – जो कभी अपने अज़ीज़ थे – घर के लोग, पड़ोसी, नाते रिश्तेदार और अपने दोस्त ? मनोबल टूट जाएगा | इसी टूटे मनोबल को सींचने के लिए अवतार का आगमन होता है |
यह क्षमता सिर्फ भारतीय शास्त्रों में है जिसके सहारे मानवता अपने पैरों पर दोबारा खड़ी हो सके | 2032 दूर नहीं – कलियुग की समाप्ति का उदघोष और कल्कि अवतार का अवतरण |
हिंदू धर्म में अवतार क्या है? अवतार का सही अर्थ क्या है? Vijay Kumar Atma Jnani