किसी महिला की नसबंदी हुई तो वह आध्यात्मिक क्षेत्र में अपनी शक्ति को मूलाधार चक्र से उपर उठा सकती है ?


महिला हो या पुरुष ! नसबंदी के बाद आध्यात्मिक क्रिया में कोई फर्क नहीं पड़ता | नसबंदी द्वारा प्रजनन की क्रिया का अवरोध होता है न कि इंसान का physical development | मूलाधार में जो भी शक्ति विद्यमान है उसे ऊपर कभी भी उठाया जा सकता है | बस कुछ मंत्र आदि की जानकारी होनी चाहिए जिनकी मदद से हम अपने अंदर केंद्रित सारी ऊर्जा को कुण्डलिनी की ओर संचालित कर सकें |

 

ब्रह्मचर्य मंत्र का इस्तेमाल करके हम अपनी कुण्डलिनी सहस्रार तक उठा सकते हैं और इसी जन्म में रामकृष्ण परमहंस बन सकते हैं | अगर हमारा जीवन लक्ष्य आध्यात्मिक नहीं, तो भौतिक जीवन में किसी भी मंज़िल तक पहुंचने में कामयाब होंगे | आध्यात्मिक क्षेत्र में महिलाएं कुण्डलिनी जागरण द्वारा गार्गी या मैत्रेई के level पर जा सकती हैं जो अपने जीवन में तत्वज्ञानी हो गईं थी |

 

12 years Brahmacharya benefits | 12 साल का अखंड ब्रह्मचर्य का जादू | ब्रह्मचर्य मंत्र | Vijay Kumar

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