कुंडलिनी को पूरा activate करने के लिए हमें अध्यात्म के रास्ते पर 12 साल का अखंड ब्रह्मचर्य और 12 वर्ष की गहन तपस्या में उतरना होगा | 12 वर्ष की तपस्या यानि ध्यान में चिंतन के माध्यम से निर्विकल्प समाधि की अवस्था में पहुंचना | 12 वर्ष का अखंड ब्रह्मचर्य और ध्यान कैसे करते हैं – दोनों विडियोज आप मेरे YouTube channel पर देख सकते हैं |
साथ में मैंने उन दोनों मंत्रों का भी खुलासा कर दिया है जिनकी आज की कीमत 700 करोड़ से कम नहीं | पिछले समय में ये मंत्र पहुंचे हुए ऋषिवर सिर्फ और सिर्फ राजा को ही देते थे और 1000 स्वर्ण मुद्राएं लेते थे | लगभग 3500 साल पहले | जो साधक इन मंत्रों को समझ ले उसके लिए कीमत 700 करोड़ ही है | क्यों ? ब्रह्म से साक्षात्कार का मौका जो मिलेगा |
12 वर्ष का अखंड ब्रह्मचर्य आपके सातों चक्र जगा देगा और सहस्त्रार खुल जाएगा | 12 वर्ष का ध्यान आपके अंदर आते हुए हर विचार को समूल जड़ से समाप्त कर देगा और अंततः आप निर्विकल्प समाधि में पहुंच ही जाएंगे |
जैसे ही कर्मों की पूर्ण निर्जरा हो जाएगी आत्मा अपने शुद्ध रूप में वापस आ जाएगी | काम खत्म – आप तत्वज्ञानी हो गए और ब्रह्म से साक्षात्कार हो जाएगा | उसके बाद – बस ब्रह्म और आप 1*1 basis पर हर समय connected हमेशा के लिए |
12 years Tapasya | 12 साल की घोर तपस्या का सच | Vijay Kumar Atma Jnani