सप्त चक्रों को जाग्रत किये बिना स्वतः कुण्डलिनी जागरण हो सकता है क्या ?


क्या हम UKG से सीधे 8 वी कक्षा में पहुंच सकते हैं ? असम्भव, क्रमवार चलना होगा | progress stages में होगी | इसी तरह जब कुण्डलिनी ऊर्ध्व होगी तो पहला, दूसरा और आखिर में सातवां चक्र एक्टिवेट होगा |

 

किसी भी चक्र को जागृत करने के लिए जितने अमृत की जरूरत होगी वह कुण्डलिनी के द्वारा जब तक ऊर्ध्व नहीं होगा, चक्र एक्टिवेट कैसे होगा ? मूलाधार में संचित होता अमृत जब उर्ध्व होता है तो चक्र खुलते हैं | अध्यात्म में shortcut नाम की कोई क्रिया नहीं |

 

सब कुछ अपने समय पर होगा | जिस कुण्डलिनी को पूर्ण ऊर्ध्व होने के लिए खुद ब्रह्म ने 1 करोड़ वर्ष की अवधि तय की है (11 लाख मनुष्य योनियों का सफर), उसमे शॉर्टकट कैसा ?

 

आखिरकार रामकृष्ण परमहंस या महर्षि रमण के level पर पहुंचने के लिए मेहनत तो करनी ही होगी | यूं ही कुण्डलिनी activate कर कोई एक जन्म में महावीर या बुद्ध थोड़े ही बनता है | न जाने कितने पिछले जन्मों से आध्यात्मिक journey चल रही थी |

 

अगर स्वतः का इंतज़ार है तो 84 लाखवी योनि में पहुंचने का इंतज़ार करें, उसमें सभी चक्र स्वतः जागृत हो जाएंगे (लगभग 1 करोड़ वर्षों का इंतजार, 11 लाख जन्मों का सफर) |

 

12 years Tapasya | 12 साल की घोर तपस्या का सच | Vijay Kumar Atma Jnani

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