श्रीमद्भगवद्गीता की पदच्छेद, अन्वय और साधारण भाषाटीकासहित (17) नामक टीका (मूल्य 60/=) जो गीताप्रेस, गोरखपुर में available है, इसके अलावा हर सच्चे साधक को ईशादि नौ उपनिषद् (66) नामक 9 principal उपनिषदों के ऊपर टीका (मूल्य 100/=) अपने पास रखनी चाहिए |
इन दोनों टीकाओं में पूरे ब्रह्मांड का ज्ञान समाया हुआ है | ब्रह्म का साक्षात्कार करने के लिए जितने ज्ञान कि जरूरत है वह इन दो टीकाओं में मिल जाएगा | इन टीकाओं में समाहित ज्ञान को समझने के लिए ध्यान (चिंतन द्वारा) में उतरना होगा |
साथ साथ सत्य के मार्ग पर चलना होगा और ब्रह्मचर्य का पालन भी करना होगा | अन्यथा वही हाल होगा, मैंने भगवद गीता कई बार पढ़ी और समझने की कोशिश की लेकिन समझ कुछ नहीं आया | भारतीय शास्त्रों में निहित ज्ञान प्राप्त करने के लिए सत्य का रास्ता और ब्रह्मचर्य का पालन अनिवार्य है |
What spiritual books should i read | कौनसी आध्यात्मिक पुस्तकें पढ़े | Vijay Kumar Atma Jnani