भगवान दृष्टा की भांति काम करते हैं – पूरी दुनिया धर्म और कर्म के आधार पर चलती है | जैसा कर्म करोगे वैसा फल मिलेगा | अब तक मनुष्य रूप में हमने जितनी जिंदगी जी हैं, उसके आधार पर हमारी आयु तय होती है | एक जीवन में किए कर्मो के द्वारा आयु में कितना फेरबदल कर सकेंगे हम ?
मूलतः जीवन की आयु fixed ही मानिए | सिर्फ और सिर्फ एक आध्यात्मिक साधक ही इस जंजाल/चंगुल से निकल खुद को 84 लाखवी योनि में स्थापित कर पाता है | जीवन आयु बढ़ाने/घटाने की क्षमता सिर्फ एक योगी में होती है | वह योगासन द्वारा अपनी आयु लम्बी तो कर सकता है अगर उसके जीवन का karmic balance पुण्य है |
एक आध्यात्मिक साधक अगर बचपन से अपनी heart beats 72 के बजाय 32 पर ले आए तो वह अपनी आयु लगभग 225 साल तक ले जा सकता है, उससे ज्यादा नहीं |
ब्रह्म से साक्षात्कार के बाद कितनी आयु शेष? Vijay Kumar Atma Jnani