जब हम ऐसे काम में लगे/उलझे रहते हैं जो मन माफिक नहीं तो मन भटकता रहता है उलजलूल बातों की तरफ | हम मनुष्य सबसे उच्च योनि में स्थापित हैं | जीवन में हमें एक लक्ष्य अवश्य निर्धारित करना चाहिए | अगर लक्ष्य हमारी पसंद का होगा तो सिर्फ मन लगा कर काम ही नहीं करेंगे बल्कि वक़्त कब गुजर गया मालूम ही नहीं चलेगा |
मेरा जीवन लक्ष्य ५ वर्ष की आयु में तय हो गया था | भगवान को पाना चाहता था | ३१ वर्ष की तपस्या, भगवान से मुलाकात हो ही गई |मैंने जीवन के हर पल को खुल कर जीया है क्योंकि मैंने वह किया जो मैं करना चाहता था न कि जो मेरे माता पिता मुझे बनाना चाहते होंगे | एक ही जीवन है, अपने अनुसार जीना चाहिए तभी हम पूरी तरह से कामयाब होंगे |
What is the main Purpose of Life? मानव जीवन का मकसद | Vijay Kumar Atma Jnani