शिवजी का तांडव नृत्य कब होगा – Coming world war 3 ?


शिवजी का तांडव नृत्य हमेशा संधिकाल की समाप्ति पर होता है | शिवजी का तांडव नृत्य मात्र symbolic है – यह दर्शाता है कि धरती पर अधर्म का बोलबाला हो गया है | शिवजी तांडव नृत्य करेंगे – धरती में नई जान फूंकेंगे यानि धर्म की पुनर्स्थापना करेंगे | Corona काल भी शिवजी के तांडव का छोटा स्वरूप था | बिना तांडव नृत्य के धरती पर लोग बदलने को तैयार नहीं – धरती को फिर से हरा भरा करने के लिए शिवजी को आना ही पड़ता है | शिवजी यानि एक सिद्ध पुरुष – ऐसा तत्वज्ञानी जो पूरी मानवता को भौतिक जगत की प्रवत्तियों से आज़ादी दिलाए |

 

शिवजी का तांडव नृत्य यानि आज के युग का महाभारत – जिसमें झुलस कर लगभग 140~160 करोड़ लोगों की मृत्यु निश्चित है | आने वाले तृतीय विश्व युद्ध की विभीषिका इतनी भयानक होगी कि विश्व युद्ध की समाप्ति पश्चात सतयुग हजारों वर्षों तक स्थापित रहेगा | चारों ओर खुशहाली का माहौल – यूं लगेगा जैसे धरती मां झूम झूम कर नाच रही है | नाचेगी क्यों नहीं – धरती पर सब फिर से हरा भरा जो हो जाएगा | मनुष्य शायद पहली बार मनुष्यों की तरह व्यवहार करेगा – पशुओं की भांति नहीं | मनुष्यों को जीवन का अर्थ आखिरकार समझ आ ही जायेगा |

 

यहां एक बात ध्यान देने की है – हर तत्वज्ञानी के आने पर शिवजी का तांडव नृत्य नहीं होता – यह होता है जब एक अवतार का अवतरण होता है | द्वापर युग में कृष्ण आए तो महाभारत हुई – आज जब कल्कि अवतार आएंगे तो महा-महाभारत होगी यानी ww3 | बिना समाज की छटाई हुए सतयुग की स्थापना संभव नहीं और यह छटाई संभव होती है एक अवतार के आने के बाद | या यूं कहें – जब अवतार के आने का समय हो जाता है तो महाभारत का होना (एक विश्व युद्ध) का होना निश्चित है | ब्रह्म ने भी कितने सोचविचार के बाद यह व्यवस्था कायम की !

 

आने वाले समय में शिवजी के तांडव नृत्य की स्थिति उस दिन उत्पन्न हो जायेगी जब सारे Islamic देश और Arab countries मिलकर Israel और US से युद्ध करेंगे | US और Israel का साथ देने की कोशिश करेंगी European countries (NATO) और middle-east countries का खुलकर साथ देंगे China और Pakistan और कुछ हद तक Turkey और Russia | स्थिति दोनों ओर से भयावह होगी लेकिन होनी को कौन टाल सकता है – समाज की छटाई होनी है तो तृतीय विश्व युद्ध तो होकर रहेगा | हर स्थिति में भारत तथस्थ रहेगा और ww3 में शामिल होगा भी तो अपरोक्ष रूप से |

 

Shape of the World to come | आने वाले समय की झलक | Vijay Kumar Atma Jnani

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