Israel द्वारा Lebanon पर जमीनी आक्रमण उसकी सबसे बड़ी आखिरी भूल होगी – क्योंकि इस भूल से निकलने का मौका (प्रायश्चित करने का मौका) Israel को फिर नहीं मिलेगा | अगर Israel इस बार Lebanon के विरूद्ध जमीनी युद्ध में उतर गया तो जड़ से खत्म हो जायेगा | कारण – Hezbollah तो मात्र एक मोहरा है – असली लड़ाई तो Iran लड़ेगा | जैसे ही Iran इस युद्ध में कूदा, उसे Hamas /Palestine, Syria, Iraq, Hezbollah/ Lebanon, Houthi / Yemen का साथ खुल कर मिलेगा | यही नहीं – काफी हद तक Pakistan, Turkey, Jordan और Egypt भी साथ देंगे, directly या indirectly | Iran के कारण Russia साथ देगा ही और चीन का अपना निजी फायदा है |
एक लकड़ी (एक देश – Lebanon/ Hezbollah) को तोड़ने की ताकत present day Israel में है लेकिन पूरे गट्ठे (समस्त Arabic देशों के गुट) को हराने की ताकत Israel में बिल्कुल भी नहीं | अगर US और Europe के समस्त देश Israel का साथ दें तो बात समझ में आती है लेकिन आगामी विश्व युद्ध में सभी देश खुद की रक्षा करेंगे या Israel की ? चाहकर भी कोई देश एक दूसरे की मदद नहीं कर पायेगा – क्योंकि सभी देशों को खुद की चिंता होगी, किसी भी तरह से समस्त देशवासियों को बचा लें | तीसरे विश्व युद्ध की विभीषिका ही ऐसी होगी !
सिर्फ cruise missiles तक ही नहीं, ballistic missiles का भी भरपूर उपयोग होगा और अंततः atomic warfare ! जमीनी लड़ाई तभी कारगर सिद्ध होती है जब आपके के पास सिपाहियों की अत्यधिक तादाद हो और वह भी अत्याधुनिक हथियारों से लैस | यह खूबी सिर्फ और सिर्फ भारतीय सेना के पास है – जो खुद में कभी दूसरे देश को attack नहीं करती | हां अगर दूसरी तरफ से हमला हो तो दुश्मन को नानी याद कराने में देर नहीं लगती | Israel के साथ problem क्या है – स्वयं के अस्तित्व को कायम रखने के लिए – समय समय पर दुश्मन को खदेड़ते रहना – यह उसकी मजबूरी है |
इस बार Israel Deep State की घिनौनी हरकतों के मातहत बुरी तरह फंस जायेगा और खुद के अस्तित्व को धरती से हमेशा के लिए खत्म कर लेगा | उसके मित्र देश चाहकर भी उसकी मदद नहीं कर पायेंगे | Atomic warfare में ऐसा ही होता है – सभी को स्वयं की रक्षा करनी होती है | अगर ब्रह्म ने मुझे 1994 के article shape of the world to come में Israel के अस्तित्व खत्म होने की बात कही थी तो ऐसा होकर रहेगा | इसके बावजूद कि इस्राइलियों का देशप्रेम अद्वितीय है – भारतीयों के बराबर या कहें एक कदम आगे |
जब एक नए युग का सृजन होता है तो अधर्म को जड़ से मिटना होता है – और Christianity और Islam दोनों ही हठधर्मिता से भरपूर हैं – अराजकता और आतंक से लबालब | दुनिया में कुछ भी हो – करेंगे अपनी मनमानी | नतीजा – ब्रह्म के बनाए इस संसार में खुद का सर्वनाश | आने वाले सतयुग में अधर्म, अराजकता का वास नहीं होगा – होगी सिर्फ अध्यात्म की प्रेम वाणी | अधर्म का पाखंड हमेशा के लिए समाप्त | लेकिन ब्रह्म के रचे इस सर्वनाश में इस्राइलियों का क्या दोष – वे तो Jews हैं न कि Catholic ! ब्रह्म कहते हैं अच्छा समय लाने के लिए कभी कभी अच्छों की कुर्बानी की आवश्यकता होती है – और आने वाले तृतीय विश्व युद्ध में कुर्बान चढ़ेगा Israel |
भारतीय इस्राइलियों को बेहद पसंद करते हैं – दोनों कौमें देशभक्त हैं लेकिन atomic warfare में भारत चाहकर भी Israel की मदद नहीं कर पायेगा | Hamas द्वारा 1500 इस्राइलियों के नरसंहार के बावजूद Israel को जमीनी लड़ाई में नहीं उतरना चाहिए लेकिन इस्राइलियों को भगवद गीता का यह पाठ पढ़ाए कौन ? Israel को वहीं करना चाहिए जो भारत करता आया है – अपनी संप्रभुता की रक्षा करना – न कि दुश्मन देश पर चढ़ाई कर देना | काश ऐसे वक़्त में इस्राइली भगवद गीता के इस मर्म को समझ पाते और स्वयं और देश की रक्षा कर पाते |
जिस समय का था दुनिया को इंतज़ार – वह सिर पर है | कलयुग का संपूर्ण नाश और सतयुग का उदय अब देहरी पर है – रोकने से भी नहीं रुकेगा | छतम छत्ता (समाज की पूर्ण छटाई) तो अब होकर रहेगी | 2032 तक सतयुग का आगमन अनुमानित है – उसके उपरांत भारत अखंड भारत का स्वरूप ले लेगा | तो क्या यह मान लें – जो हो रहा है और जो होकर रहेगा – वह पहले से ही अपेक्षित था – हां बिल्कुल | दोनों मत अहंकार से भरपूर जो हैं – आने वाले ww3 में एक दूसरे को नष्ट कर देंगे – हां ! ww3 के बाद Christian और Islam धर्म (मत) के अनुयायी नगण्य रह जायेंगे | सब ओर सनातन धर्म का बोलबाला होगा |
धरती पर अगर सही ढंग से जीना चाहते हो तो भारतीयों से सीखो – भगवद गीता में छिपे रहस्यों को जानों | तभी आप आने वाले सतयुग में जीने का लुत्फ उठा पायेंगे |
भारत अखंड भारत कब तक बनेगा – 2032? Vijay Kumar Atma Jnani