अगर हम कर्म की निष्काम भावना को भलीभांति समझ लें तो जीवन में किया छोटे से छोटा कर्म भी बड़ा हो जाएगा | निष्काम भावना से किया कोई भी कर्म अगर हमें बांध नहीं रहा तो आध्यात्मिक उन्नति में हमें और क्या चाहिए ? निष्काम भाव से कर्मों में उतरना ही आध्यात्मिक जीवन की सबसे बड़ी जीत है |
हर इंसान अध्यात्म तो छोड़िए – फल के लिए ज्यादा चिंतित है | आज business का turnover 10 करोड़ है तो 100 करोड़ चाहिए | क्या ऐसा इंसान कभी सफल साधक बन अध्यात्म में उतर पाएगा ?
Nishkama Karma Yoga | निष्काम कर्म योग का महत्व | Vijay Kumar Atma Jnani