हमें यह बात समूल जड़ से अपने अंदर से खत्म कर देनी चाहिए कि आत्माएं धरती पर मौजूद हैं या आ सकती हैं | आत्माएं जिनका खुद का ताप 1 करोड़ degrees Celsius से ज्यादा होता है वह कैसे धरती पर मौजूद हो सकती है ? एक आत्मा अगर धरती के नजदीक भी आ जाए तो पूरी धरती को जला कर राख/ भस्म कर देगी |
उपनिषदों में इस बात का विवरण बहुत स्पष्ट रूप से available है | फिर शरीर मृत्यु को प्राप्त हुआ तो आत्मा ने तुरंत नया शरीर धारण कर लिया | धरती पर अगर matching parents उपलब्ध ही न हो तो आत्मा स्वर्ग या नरक में विश्राम करती है | स्वर्ग और नरक बने ही इसलिए हैं | दोनों स्वर्ग और नरक सूर्य में विद्यमान हैं |
जो लोग आत्माओं के धरती पर घूमने, भटकने या भूत/ चुड़ैल बन कर रहने की बात करते हैं वे टाइमपास लोग हैं जिन्हें हकीकत से कुछ लेना देना नहीं | आध्यात्मिक साधक इस बात को ध्यान में उतरकर भलीभांति समझ सकता है |
Who can see the Soul? आत्मा को कौन देख सकता है? Vijay Kumar Atma Jnani