इंसान ज्यादा क्या पसंद करता है सैक्स या अध्यात्म ?


मेरा यह personal experience भी है और मानना भी कि एक सच्चा आध्यात्मिक साधक वही होता है जिसके अंदर असामान्य शारीरिक क्षमता (सेक्सुअल एनर्जी) हो | ऐसा क्यों ? वेग नहीं होगा तो dam में बिजली बनेगी कैसे ? जितना ज्यादा पानी का वेग उतनी ज्यादा तेजी से turbines घूमेंगी और बिजली पैदा करेंगी |

 

Dam पानी से लबालब भरा हो तो पानी वेग पकड़ेगा ही | अगर मूलाधार अमृत से लबालब है तो कुण्डलिनी पूरे वेग से ऊर्ध्व होगी | फ़र्क इतना है एक सच्चा आध्यात्मिक साधक मूलाधार में इकट्ठा होते अमृत को फालतू की sexual क्रियाओं में नष्ट नहीं होने देता और सम्पूर्ण यौन ऊर्जा को कुण्डलिनी की ओर धकेलता रहता है (दिन हो या रात) |

 

सेक्सुअल होना अपराध नहीं | एक आम गांव के साधक ने मेरे से ब्रह्मचर्य का मंत्र लिया और वादा किया वह अपनी सेक्सुअल energy को सिर्फ और सिर्फ आध्यात्मिक उन्नति के लिए इस्तेमाल करेगा | उसने अत्यधिक masturbation और सेक्सुअल क्रियाओं में सेहत खराब कर ली थी |

 

कुछ महीनों बाद उसने फिर contact किया और शुक्रिया बोला | उसने कहा sir, जब से ब्रह्मचर्य (फिजिकल रूप) का सही पालन करना शुरू किया है, शरीर बेहद हृष्ट पुष्ट हो गया है और गांव की लड़कियां टकरा कर चलती हैं | चेहरे पर भी चमक आ गई है | मेरे से कंट्रोल नहीं होता, पहले एक थी अब तीन चार के साथ हूं और हंसी न रुके | सॉरी कहकर फोन कट |

 

अब आप बताएं ऐसे so called साधक का क्या कर सकते हैं ? ध्यान रहे कंट्रोल हमारे हाथ में है, ब्रह्म के हाथ में नहीं | यौन ऊर्जा को गति किसी भी डायरेक्शन में दे सकते हैं |

 

12 years Brahmacharya benefits | 12 साल का अखंड ब्रह्मचर्य का जादू | ब्रह्मचर्य मंत्र | Vijay Kumar

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