Masturbation ( हस्तमैथुन), porn देखने से, या स्वप्नदोष (nightfall) से कितनी भी हानि शरीर को हो जाए, सही ब्रह्मचर्य के पालन से हम न सिर्फ अपने शरीर को दोबारा हष्ट पुष्ट बना सकते हैं बल्कि पहले स्वामी विवेकानंद और फिर रामकृष्ण परमहंस बन हमेशा के लिए जीवन और मृत्यु के चक्रव्यूह से मुक्त हो सकते हैं |
Experience से कह रहा हूं – जीवन के आध्यात्मिक सफर में हजारों से मिला हूं जो वापस तंदुरुस्त हो गए | सिर्फ लड़कों की बात नहीं कर रहा हूं – कितनी ही लड़कियों ने भी गंदी आदतें छोड़ जीवन को संवारा है |
ब्रह्मचर्य के दो पहलू हैं – physical और मानसिक (mental) | शरीर हष्ट पुष्ट तो सिर्फ physical ब्रह्मचर्य की शक्ति से हो जाएगा लेकिन कुछ अंश मानसिक ब्रह्मचर्य का भी जरूरी है | मानसिक ब्रह्मचर्य यानी अंदर आते negative विचारों को जड़ से उखाड़ फेंकना | अगर हम ऐसा नहीं करेंगे तो सड़क पर जाते फिल्मी पोस्टर्स में अर्ध नग्न हीरोइन को देख sexual विचारों का सिलसिला रुकेगा नहीं |
मैं 100% conviction से कह रहा हूं – ब्रह्मचर्य का पालन और नियमित रूप से सुबह की jogging काफी हैं |
What is the concept of Brahmacharya? ब्रह्मचर्य क्या है | Vijay Kumar Atma Jnani