अगर हम मानसिक तौर पर कमजोर हैं तो हमे तीन कार्य करने होंगे – पहला हमे जितना हो सके सत्य के रास्ते पर चलना होगा | ऐसा करने से अंदर से दृढ़ता आती है | दूसरा हमें physical ब्रह्मचर्य का पालन करना होगा | ऐसा करने से हमारे अंदर अमृत इकट्ठा होगा जिसे हम कुण्डलिनी में ऊर्ध्व कर सकेंगे |
तीसरा हमें हमेशा positive रहना होगा, अपने अंदर आते negative विचारों को रोकना होगा | हमेशा सकारात्मक विचारों का आदान प्रदान करने से हमारे अंदर एक नई ऊर्जा का संचालन होगा जो हमारे बंद पड़े मस्तिष्क को खोलेगी | समय लगेगा लेकिन धीरे धीरे हम पहले से ज्यादा परिपक्व और होशियार होते चले जाएंगे |
What is the concept of Brahmacharya? ब्रह्मचर्य क्या है | Vijay Kumar Atma Jnani