क्या वेदांत ईश्वर तक जाने का एक रास्ता है ?


वेदांत मुख्यतः 11 principal उपनिषदों के लिए इस्तेमाल होता है | वेद हों या वेदांत – सबके मूल में एक ही बात का निवास है – मनुष्य आध्यात्मिक सफर पूरा कर मोक्ष की स्थिति तक पहुंचे कैसे ? वेदों का सार, निचोड़ ही वेदांत कहलाता है | समझने वाली बात यह है – क्या वेदांत को पढ़कर ब्रह्म तक पहुंचा जा सकता है ? कदापि नहीं ?

 

जितना भी ज्ञान का भंडार भारतीय दर्शन में उपलब्ध है – अगर हम उसे आत्मसात कर ले तो क्या मोक्ष प्राप्त कर लेंगे ? बिल्कुल नहीं ! मूलतः हमें कर्मों की निर्जरा करनी होती है और अज्ञान के अंधकार को दूर करने के लिए वेदांत में निहित ज्ञान के प्रकाश की जरूरत होती है | और ज्ञान का प्रकाश पढ़ने से नहीं बल्कि चिंतन में उतरने से मिलता है |

 

अगर हमें इसी जन्म में ब्रह्मलीन होना है तो ध्यान में उतरिए चिंतन के माध्यम से | ध्यान क्या है – कैसे करते हैं – नीचे video में देखें |

 

Dhyan kaise karein | ध्यान करने की सही विधि | Vijay Kumar Atma Jnani

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