मनुष्य अगर इसी जीवन में मोक्ष पाना चाहता है तो निम्नलिखित टीकाएं गीताप्रेस, गोरखपुर के किसी भी स्टॉल या डिपो से प्राप्त कर ले |
1. श्रीमद्भगवद्गीता – पदच्छेद, अन्वय और साधारण भाषाटीकासहित (17)
2. ईशादि नौ उपनिषद् (66)
आज के समय में किसी भी वेद और पुराण को पढ़ने की आवश्यकता नहीं – एक भी | धार्मिक कर्मकांडो की आजकल जरूरत नहीं | हमें तो हृदय में स्थित अपनी आत्मा तक पहुंचना है |
What spiritual books should i read | कौनसी आध्यात्मिक पुस्तकें पढ़े | Vijay Kumar Atma Jnani