श्रद्धा और आदर में क्या अंतर है ?


जिसे हम देख नहीं सकते, जो अदृश्य है जैसे भगवान – उस के प्रति हम श्रृद्धा रखते हैं | हम उसे जानते नहीं, कभी देखा नहीं, फिर भी उसके होने में पूर्ण विश्वास है – इसी को श्रृद्धा कहते हैं | वह है – यह मानकर उसे समर्पित रहते हैं, उसकी पूजा करते हैं |

 

आदर हम भौतिक जगत में बड़ों का करते हैं, वो जो हमसे ज्यादा ज्ञानी हैं और हमारे काम आते हैं | वह हमारे अपने हों या गैर, हम सभी बड़ों का, गुरुओं का आदर सम्मान करते हैं | अगर कोई पशु भी हमारे काम आता है तो हम उसका आदर करते हुए, उसका खयाल रखते हैं जैसे घर का कोई भी पालतू पशु पक्षी |

 

गाय जिसको हम माता कहते हैं उसका तो पूरा समाज आदर करता है |

 

How do you express Gratitude in words to God? भगवान की कृपा के प्रति कृतज्ञता | Vijay Kumar

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