जो ज्ञान कृष्ण ने अर्जुन को दिया वही भगवद गीता में लिखा है – क्या कोई कुरुक्षेत्र में नोट कर रहा था ?


प्रश्न क्या इशारा करता है ? कि कृष्ण और अर्जुन महर्षि वेदव्यास द्वारा रचित महाकाव्य महाभारत के पात्र हैं | और महर्षि वेदव्यास को महाभारत महाकाव्य लिखने की जरूरत ही क्यों पड़ी ?

 

वेद आए लेकिन वेदों का संकलन इतना विस्तृत था कि आम इंसान तो क्या, पढ़े लिखे scholars भी वेदों में छिपे रहस्य तक पहुंचने में कठिनाई महसूस कर रहे थे | वेदों का ज्ञान मनुष्यों तक ब्रह्म ने श्रुति के द्वारा इसलिए पहुंचाया था कि मनुष्य रूप में 11 लाख योनियों का सफर आसान हो जाए और मनुष्य अध्यात्म के मार्ग पर चलकर जल्द से जल्द मोक्ष प्राप्त कर ले |

 

हर भारतीय को हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि जीवन एक है, ऐसा तो नहीं कि historical facts को खंगालते खंगालते हम अपना अमूल्य समय नष्ट कर दें और वर्तमान जीवन में बिना कुछ हासिल किए ही जीवन की आखिरी घड़ी आ जाए ?

 

What was the role of Arjuna in Mahabharata? आज का अर्जुन कौन आध्यात्मिक परिवेश में | Vijay Kumar

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