धर्म की सही परिभाषा मुझे ब्रह्म ने स्वयं दी थी साक्षात्कार के समय – ‘‘your right to do what is just and right and not what was destined‘‘, जिसका हिंदी रूपांतरण बनता है – सब कुछ सही करने की प्रवत्ति हमारे अंदर जन्म से विद्यमान हैं और हम किस्मत के गुलाम नहीं | विवेक का इस्तेमाल कर इंसान जीवन में हंस की भांति जी सकता है |
यानी धर्म के रास्ते पर चलकर, मनुष्य विवेक का इस्तेमाल करते हुए खुद को पहचान सकता है कि हम पशु नहीं, और हमारा जन्म किसी खास मकसद से हुआ है | सही रास्ते को चुनना और उस पर चलना हमारा birthright है | इसी धर्म के कारण मनुष्य एक दिन अध्यात्म के रास्ते पर चलकर ब्रह्म तक पहुंचता है, जो पशु योनि में संभव नहीं | धर्म हमेशा से जन्म से हमारे साथ है और हमें सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा देता रहता है |
What is the true Meaning of Dharma? धर्म का सही अर्थ क्या है? Vijay Kumar Atma Jnani