विज्ञान के युग में कल्कि अवतार को घोड़ा और तलवार के साथ अवतरित क्यों दिखातें है ?


कल्कि अवतार को घोड़े पर सवार और हाथ में तलवार लिए क्यों दिखाते हैं –

 

१. घोड़ा किस बात का प्रतीक है – द्रुतगति का | अध्यात्म में लगभग सभी कुछ symbolic, छिपा हुआ है | कल्कि अवतार का अवतरण कब होगा, किसी को नहीं मालूम | लेकिन जब होगा उसके बाद सब कुछ इतनी तीव्र गति से होगा कि लोग दांतो तले उंगली दबा लेंगे – किसी मानव के लिए सब कुछ इतना तेजी से कैसे संभव है ?

 

जनमानस को अपनी आंखों पर विश्वास ही नहीं होगा कि कोई इतनी द्रुत गति से भी काम कर सकता है | कहेगा बाद में – काम पहले हो चुका होगा जैसे साथ में कोई अदृश्य शक्ति हो | ऐसा लगेगा जैसा साक्षात भगवान धरा पर उतर आए हों | कल्कि अवतार अत्याचारियों से गिन गिन कर बदला लेगा – किसी को भी संभलने का मौका नहीं देगा |

 

२. हाथों में तलवार क्या दर्शाती है – instant justice. कल्कि अवतार अनुसार सुधरने का मौका तो बीत गया, अब तो सिर्फ और सिर्फ दंड देने का प्रावधान है | तलवार क्या करती है – सटाक और गर्दन साफ | कल्कि अवतार की दंड देने की प्रक्रिया इतनी तीखी और तीव्र होगी कि हिमालय की कंदराओं में छिपा बैठा अत्याचारी भी डर कर कांपेगा |

 

कितना भी बड़ा अधिकारी क्यों न हों, बच कर भाग नहीं सकेगा | दंड प्रक्रिया सभी के लिए समान | गलत किया है तो दंड भुगतो | माफी भगवान से मांगो – कल्कि के दरबार में सिर्फ और सिर्फ दंड का प्रावधान | जब त्रस्त जनता को तलवार के समानांतर न्याय मिलेगा – धरती मां खुशी से नाच उठेगी – आखिरकार उसके बच्चों को न्याय दिलाने वाला आ ही गया |

 

2024 से 2032 तक का समय आध्यात्मिक दृष्टिकोण से | Vijay Kumar Atma Jnani

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