गरीब कौन ? अहंकार में डूबा वो इंसान जो खुद के अलावा किसी की नहीं सुनता | जिसे हम गरीब कह रहे हैं, जरा उससे free में काम करवा कर देखिए ? दुनियां भर की बातें सुनने को न मिल जाएं | 250 साल पहले के गरीब और आज के गरीब में फ़र्क है | अंग्रेजों की गुलामी ने इन गरीबों का चैन ही नहीं छीना, ईमान भी छीन लिया | और इनके दुखभरे दिन शुरू हो गए |
250 साल पहले जब गुरुकुल हुआ करते थे तो कोई भी गरीब परिवार होता था तो राजा/रानी की तरफ से मदद आ जाती थी | या society के लोग मिलजुल कर मदद कर दिया करते थे | अमन चैन था कोई मारामारी नहीं थी | सभी मिलजुल कर रहते थे | आज आप किसी पर भी भरोसा नहीं कर सकते | गैरों की छोड़ो अपनों पर तो बिल्कुल नहीं | इन हालात में मदद करें तो किसकी ?
काफी समय पहले की बात है | एक पारिवारिक मित्र US से पहली बार अपने छोटे बच्चों को लेकर भारत आए | बच्चे जो US में पैदा हुए थे, कौतूहलवश पिता से कहने लगे पूरा शहर घूमा दों, लेकिन रिक्शा में | उन्हें रिक्शा अच्छी भी लगी लेकिन रिक्शावाले पर तरस ज्यादा आ रहा था कि इतनी गर्मी में रिक्शा कैसे चला पा रहा है |
शहर घूमने के बाद रिक्शावाले का जब payment हो गया तो बच्चों ने कहा पापा टिप तो नहीं दी | पापा ने 10 ~ 15 रुपए और दे दिए | बच्चों ने पापा को घूर कर देखा और कहा,पापा कम से कम 1 डॉलर | पापा ने 50/= का नोट और दे दिया | शाम हो गई, US से जो आए थे सब गहरी नींद सो गए | पहली बार बच्चों के साथ आए थे तो पापा 7 बड़ी अटैची लाए थे | सुबह सब देर से उठे | यह क्या – पूरा घर खाली, सब लुट चुका था |
जिस (गरीब) रिक्शेवाले को 50 /= extra बख्शीश मिली थी वो सीधा पहुंचा बदमाशों के पास | Planning हुई और मौका देख रात में नींद की गैस पूरे घर में छोड़ी | सब सोते रहे और (गरीब) घर लुटवाता रहा | बहुत कोशिश के बाद भी एक भी सामान वापस न मिला | वाह रे गरीब ! बच्चों ने कसम खाई, sorry पापा, हमारी वजह से हुआ, आज के बाद हम दोबारा India नहीं आएंगे |
जिनको हम संपन्न कह रहे हैं, वह उनकी मेहनत का नतीजा है, उन्होंने बांटने के लिए नहीं कमाया है | भगवान का नियम है – खुद कमाओ, खाओ | दूसरे की थाली में मत देखो | आज का गरीब शास्त्रानुसार खुद के लिए जिम्मेदार है | पिछले जन्म के पाप कर्मों का नतीजा है जो इस जन्म में दुखी है | हां अगर सुधरना चाहते हो तो पुण्य कर्म करने में जुट जाओ, सबका भला करोगे – खुद का भी, औरों का भी |
कर्म की theory को भलीभांति समझो और जीवन में आगे बढ़ जाओ |
What Karma really means? कर्म का वास्तव में क्या अर्थ है? Vijay Kumar Atma Jnani